रायगढ़। सावन के पूरे महीने को भगवान शिव शंकर का पवित्र मास माना जाता है। महादेव न केवल सांपों के राजा नाग को अपने शरीर पर धारण करते हैं बल्कि उन्हें सभी तरह के सर्प प्रजाति का रक्षक भी माना जाता है। ऐसे पवित्र मास के ठीक एक दिन पहले अजगर सांप के 11 अंडो से 13 अजगर के बच्चे निकले हैं। सांप के अंडे काफी बुरी स्थिति में होनंे के बावजूद सर्प रक्षक टीम ने इन सांप के अंडो को न केवल सुरक्षित रक्षा बल्कि उनसे सुरक्षित ढंग से सांप के बच्चे भी निकालने में सराहनीय भूमिका निभाई है। गांव वाले इस मामले को भगवान भोले शंकर का आशीर्वाद ही मान रहे हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार करीब दस दिन पहले सर्परक्षक एंड एनिमल रेस्क्यू टीम को खरसिया विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वलो ग्राम कुर्मापाली के एक ग्रामीण के घर के आंगन में लकड़ी रखने वाली जगह पर अजगर के 11 अंडे मिले थे। जिनकी स्थिति पानी पड़ने की वजह से बहुत खराब हो चुकी थी, कुछ अंडे डेमेज दिख रहे थे। उनमें अजगर बच्चों के जीवित रहने की उम्मीद कम थी पर सर्परक्षक एंड एनिमल रेस्क्यू टीम के द्वारा कोशिश की गई। जिससे सुरक्षित 13 अजगर के बच्चों ने जन्म लिया है।
60 वाट के बल्ब के रथे थे अजगर के अंडे
सर्परक्षक एंड एनिमल रेक्स्यू टीम के सदस्य विनीतेश तिवारी ने बताया कि जब उन्हें अजगर का अंडे मिले थे तब उसकी हालत बहुत खराब थी, पर जिसके बाद उन्हें 60 वाट के बल्ब के नीचे एक निश्चित दूरी बना कर उन्हें सेकने के लिए रखा गया। ऐसे में 10 घंटो के भीतर अजगर के सभी बच्चों ने सुरक्षित और स्वस्थ जन्म ले लिया है।
अजगर के सभी बच्चे सुरक्षित
सर्परक्षक एंड एनिमल रेस्क्यू टीम के अध्यक्ष विनितेश तिवारी ने बताया कि गांव में मिले अजगर के अंडे देखकर नहीं लग रहा था कि उससे अजगर के बच्चे सुरक्षित निकलें पायेंगे लेकिन अब बच्चे निकलने से उनकी मेहनत सफल हुई और 11 अंडे से 13 अजगर बच्चे निकले हैं। सभी बच्चे स्वस्थ्य हैं और इसकी जानकारी वन विभाग को देते हुए कल उन्हें जंगल में छोड़ने की तैयारी की जा रही है।