रायगढ़। विश्व आदिवासी दिवस के उपर जहां पूरे छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल सरकार पहली बार आदिवासियों के सम्मान के अलावा अन्य आयोजन कराने में जुटी है उसी कार्यक्रम के तहत रायगढ़ जिला मुख्यालय में भी धूमधाम से विश्व आदिवासी दिवस मनाया गया जिसमें बड़ी संख्या में वन बाहुल्य क्षेत्रों में रहने वाले आदिवासियों को उनके जमीन के पट्टे आबंटित किये गए। साथ ही साथ खेलों में राष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ का मान बढ़ाने वाले खिलाड़ियों को भी सम्मानित किया गया। इतना ही नही विभिन्न योजनाओं के तहत आदिवासियांे द्वारा किये गए कार्यो के लिये भी उन्हें पुरूस्कार प्रदान किये गए। इस अवसर पर प्रदेश के आदिवासी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष व धरमजयगढ़ विधायक के हाथों यह राशि व पट्टे प्रदान किये गए।
छत्तीसगढ़ में पहली बार 9 अगस्त के दिन विश्व आदिवासी दिवस मनाये जाने के संकल्प के बाद आज रायगढ़ जिला मुख्यालय में भी धूमधाम से आदिवासी दिवस मनाया गया। जिसमें धरमजयगढ़ विधायक व आदिवासी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लालजीत राठिया की उपस्थित रही। उन्होंने कार्यक्रम के बाद कहा कि सरकार में आदिवासियों के हितों में कई काम किये हैं और यह उनके लिये गौरव का विषय है कि कोई भी सरकार आदिवासियों के सम्मान के लिये ऐसे कार्यक्रम आयोजित नही करती थी लेकिन भूपेश बघेल सरकार ने विश्व आदिवासी दिवस के दिन आदिवासियों का सम्मान बढ़ाया है।
उनका कहना था कि उनके क्षेत्र में विकास संबंधी कई कार्यो की सौगात दी गई है। जिसके कारण वहां के आदिवासी बच्चों को बेहतर सुविधाएं मिल रही है। वहीं आदिवासी बाहुल्य विधानसभा धरमजयगढ़ से आई हैंडबाॅल खिलाड़ी ने भी अपने सम्मान होनें पर खुशी जताते हुए कहा कि उनके क्षेत्र में अगर और सुविधाएं खिलाड़ियों को मिल जाए तो वे और बेहतर प्रदर्शन करके अपने खेल का निखारेंगी।
इस अवसर पर कर्मा नृत्य करते हुए कलाकारों के बीच अचानक विधायक पहुंच गए और नृतकों के साथ थिरकते हुए पहले मंजीरा बजाया और उसके बाद मांदर बजाते हुए जमकर ताल में ताल मिलाते हुए कलाकारों का हौंसला बढ़ाया। काफी देर तक विधायक लालजीत राठिया ने मांदर व मंजीरे की थाप पर थिरकते हुए जोरदार समां बांधा।