रायगढ़. काँग्रेस में एक के बाद एक किला ढहने लगा है जहां डॉ राजू अग्रवाल भाजपा के साथ कदमताल कर रहे वही शंकर अग्रवाल ने आम आदमी पार्टी तरफ मन बना लिया है वही तेजतर्रार युवा नेता और प्रदेश सचिव विभाष सिंह ठाकुर ने सरिया में जोरदार दस्तक दी,समर्थकों ने जोश खरोश से स्वागत भी किया साथ ही अग्रसेन भवन में एक बैठक आयोजित किया.
विभाष सिंह के समर्थकों ने एक के बाद एक अपनी बात रखी सभी को विभाष सिंह ध्यान से सुनते रहे वही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रति अपनी आस्था भी समर्थकों ने प्रस्तुत किया, सभी ने एक स्वर में कहां कि यहां प्रकाश नायक का जबरदस्त विरोध है ऐसे में पार्टी ने किसके कहने पर उम्मीदवार उसे बनाया है यह समझ से परे है,हर गाँव मे प्रकाश के खिलाफ माहौल होते हुए भी पार्टी ने एक मजबूत व्यक्ति के खिलाफ कमजोर को खड़ा किया है जिसका खामयाजा आम पार्टी कार्यकर्ताओं को भुगतना पड़ेगा, सभी ने विभाष सिंह को निर्दलीय चुनाव लड़ने की पेशकश भी की,,विभाष सिंह ने कहा जो पार्टी हाई कमान का निर्देश है उसे पालन करना चाहिए हर हाल में पार्टी के विधायक प्रत्याशी को जिताने के लिए जी जान कोशिश करना चाहिये.
रक्त तिलक भी काम न आया
वही बोन्दा से आये कार्यकर्ताओं ने रक्त तिलक करते हुए कहा कि पार्टी जो भी निर्देश देगी वो मान्य है लेकिन अन्याय मान्य नही हम नही देंगे पार्टी को वोट,एक शराबी व्यक्ति जो एक घंटा सीधे खड़ा नही हो सकता उसे पार्टी ने क्या सोच कर टिकट दिया??
भारी गहमा गहमी के बीच विभाष सिंह वहां से निकले और जल्द निर्णय करके बताने की बात कही इस दौरान विभाष भावुक भी दिखे
विदित हो कि विभाष सिंह जिले में यूथ आइकॉन माने जाते है वही जब भाजपा ने ओ पी चौधरी को उम्मीदवार बनाया तो यह माने जाने लगा कि विभाष को कांग्रेस अपना प्रत्याशी बनाएगी विभाष सिंह एकलौते ऐसे व्यक्ति है जो एनएसयूआई और युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष के साथ लोकसभा अध्यक्ष रहे है और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कट्टर समर्थको में गिनती की जाती है फिर उनको टिकट न दिया जाना समझ से परे है