कोरबा। छत्तीसगढ़ के कई जिलों में एक लंबे अर्से से जंगली हाथियों का आतंक बना हुआ है। धान की फसल पकते ही जहां इन दिनों गजराजों का दल खेतों की ओर रूख करने लगा है वहीं रात होते ही गजराज जंगलों से निकलकर रिहायशी इलाकों में प्रवेश कर जमकर उत्पात मचा रहे हैं। इसी क्रम में बीती रात एक दर्जन जंगली हाथियों ने एक मकान को कई जगह से छेद करते हुए घर के अंदर रखे धान और चावल को खा कर चट कर गए।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार कोरबा जिले के कटघोरा वन मंडल में इन दिनों से 60 से अधिक जंगली हाथियों का दल विचरण कर रहा है। इसी दल में से तकरीबन 12 जंगली हाथियों के दल ने बीती रात ग्राम झिनपुरी भदरापारा में दस्तक दी। सबसे पहले तो आधी रात को गजराजों की चिंघाड से पूरा का पूरा गांवर सिहर उठा। गांव के ग्रामीण अपनी जान बचाने सुरक्षित ठिकानों की ओर भागने पर विवश हो गए। इसी बीच जंगली हाथियों ने एक मकान को कई जगह से क्षति पहुंचाते हुए घर के अंदर रखे धान और चावल को पूरी तरह चट करते हुए घर के अन्य सामानों को भी तोड़फोड किया है।
गांव के ग्रामीणों ने बताया कि जब वे अपने घरों में सो रहे थे तभी रात करीब ढाई से तीन बजे के बीच अचानक गांव में गजराजों ने दस्तक दी जिसके बाद वे घर से निकलकर रिश्तेदारों के जाकर अपनी जान बचाई। सुबह जब घर पहुंचा तो घर का पूरा सामान बिखरा पड़ा हुआ था और जंगली हाथियों ने घर को कई जगह से क्षति पहुंचाया था। गांव के ग्रामीणों ने जंगली हाथियों के द्वारा उत्पात मचाये जाने की जानकारी वन विभाग के अधिकारियों को दे दी है जिसके बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों के क्षति का आंकलन करते हुए आगे की कार्रवाई में जुट गई है।