Home छत्तीसगढ़ 12 से अधिक गांवों को जोड़ने वाला पुल बहा, स्कूल नही पहुंच सके छात्र, ग्रामीणों को भी हो रही समस्या, मौके पर पहुंचे विभागीय अधिकारी

12 से अधिक गांवों को जोड़ने वाला पुल बहा, स्कूल नही पहुंच सके छात्र, ग्रामीणों को भी हो रही समस्या, मौके पर पहुंचे विभागीय अधिकारी

by Naresh Sharma

रायगढ़। रायगढ़ जिले में कल शाम से लगातार हो रही बारिश की वजह से एक गांव में स्थित पुल के उपर पानी से पानी बहने की वजह से पुल का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है जिससे स्कूली बच्चों सहित गांव के ग्रामीणों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड रहा है।
मिली जानकारी के मुताबिक रायगढ़ जिले के अंतर्गत आने वाले घरघोडा जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत कया में पीडब्लूडी विभाग द्वाराका बनाया हुआ पुराने पुल का एक हिस्सा कल शाम से हो रही तेज बारिश की वजह से नदी का जलस्तर बढ़ते ही पानी के बहाव में मिट्टी बह गया है। गांव के ग्रामीणों ने बताया कि यह पुल घरघोड़ा से कया बस्ती की तरफ जाने वाला पुल था। यह पुल सिसरिंगा, कमतरा, तमतरा, सहसपुर सहित एक दर्जन से भी अधिक गांव को घरघोड़ा से जोड़ता था। कल शाम से हो रही तेज बारिश में पुल के एक हिस्से का मिट्टी बह जाने से क्षेत्र के ग्रामीणों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।


3 हजार से अधिक है गांव की जनसंख्या
कया गांव के मनमोहन राठिया ने बताया कि गांव की जनसंख्या 3 हजार से भी अधिक है। कल शाम से हो रही तेज बारिश की वजह से नदी का जलस्तर बढ़ गया है जिससे पुल के एक तरफ का मिट्टी बह गया है। जिससे गांव का संपर्क घरघोड़ा से टूट चुका है। साथ ही कया गांव के ग्रामीणों के अलावा अन्य गांव के लोगों को भी परेशानियां से जूझना पड़ रहा है।


छात्रों हो रही परेशानी
गांव के ग्रामीणों ने बताया कि कल शाम से हो रही तेज बारिश की वजह से रात में फुटहामुडा की तरफ से आने वाला मर्दननाला पूरी तरह उफान पर था। शुक्रवार की रात भर पुल के उपर से पानी बह रहा था। इस वजह से सुबह होते तक पानी के तेज बहाव ने रईघाट पुल के एक हिस्से के मिट्टी अपने साथ बहा कर ले गया जिससे अधिकांश बच्चे स्कूल जाने से वंचित रह गए।


लंबा समय करना पड़ेगा तय
गांव के ग्रामीणांे ने बताया कि पुल का मिट्टी बह जाने से कया बस्ती के साथ-साथ आसपास के एक दर्जन से अधिक गांव के ग्रामीणों को घरघोड़ा तहसील जाने के लिये बटुराकछार से घूमकर जाना पड़ेगा। इस दौरान ग्रामीणों को लगभग 15 किलोमीटर अधिक सफर तय करना पड़ेगा।


हाथी प्रभावित है इलाका
गांव के ग्रामीणों ने यह भी बताया कि कया क्षेत्र में वर्तमान समय में 29 हाथियों का दल जंगलों में विचरण कर रहा है। बटुराकछार एक एक हिस्सा भी हाथी प्रभावित क्षेत्र में आता है। कया बस्ती के पास पुल का एक हिस्सा पानी में बह जाने से अब लोगों को बटुराकछार वाले इसी रास्ते का उपयोग करना पड रहा है। ऐसे में इस मार्ग में आना जाना करने में हाथियों का डर बना हुआ है।


नदी नाले भी उफान पर
कल शाम 7 बजे से रायगढ़ जिला मुख्यालय सहित आसपास के ग्रामीण इलाकों में हो रही लगातार बारिश की वजह से रायगढ़ जिले के सभी नदी नाले एक बार फिर से उफान पर आ गए हैं। साथ ही साथ शहर के कई कालोनियों के अलावा सड़क में जगह-जगह पानी भराव हो गया है।

अधिकारी पहुंचे मौके पर
गांव के ग्रामीणों ने यह भी बताया कि बीती रात हुई बारिश में पुल बह जाने की घटना के बाद विभागीय अधिकारी मौके पर पहुंचकर मौका मुआयना कर लोगों को नाले में पानी अधिक होनें की स्थिति के दौरान इस पुल का उपयोग नही करने की बात कही गई है।

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