रायपुर। JEE Main 2023: जेईई-मेन-2023 में बेहतर अंक लाने वाले छात्रों ने कहा कि घर पर घंटों सेल्फ स्टडी की। कोचिंग शुरू करने के बाद माक टेस्ट और फिर लगातार रिवीजन काम आए। बिरगांव निवासी रागिनी जयसवाल के 98.47 परसेंटाइल आए हैं।
उन्होंने बताया कि रोज छह से आठ घंटे पढ़ाई का शेड्यूल बनाया था। स्कूल और कोचिंग में जो पढ़ाया जाता था, घर आकर उनका अध्ययन करती थीं। ज्यादा से ज्यादा माक टेस्ट देने पर फोकस रहा। विषयों को बेहतर समझने के लिए बार-बार रिवीजन किया।
उन्होंने कहा कि सकारात्मक सोच रखकर अपने लक्ष्य के लिए तैयारी करें तो सफलता मिलती है। वहीं, 98.44 परसेंटाइल लाने वाले कबीर नगर निवासी अरिंदम मुखर्जी ने बताया कि शुरू से ही नोट्स पर फोकस किया। खुद से नोट्स बनाकर तैयारी की।
स्कूल और कोचिंग से आने के बाद हर दिन चार से छह घंटे पढ़ाई घर में करते थे। स्कूल, कोचिंग में होने वाले टेस्ट पर फोकस किया। जो सवाल कठिन लगते थे उनका कई बार रिवीजन किया ताकि अच्छे से समझ आ जाए। पहले ही सिलेबस पूरा कर लिया था। इससे परीक्षा के समय रिवीजन में आसानी हुई।
चार जून को जेईई एडवांस की परीक्षा
छात्रों ने बताया कि अप्रैल में जेईई मेन-2023 दूसरे सेशन की परीक्षा है। ऐसे में बेहतर अंक की उम्मीद के साथ इसमें बैठने की तैयारी कर रहे हैं। वहीं चार जून को होने वाले जेईई एडवांस की परीक्षा की भी तैयारी के लिए घंटों मेहनत कर रहे हैं, ताकि देश के शीर्ष आइआइटी संस्थान में प्रवेश पा सकें।
10 हजार सीटों पर प्रवेश
बता दें आइआइटी, एनआइटी समेत केंद्रीय स्तर के इंजीनियरिंग संस्थानों में करीब 10 हजार सीटें हैं। इसके लिए परीक्षा में देश में 12 लाख से अधिक छात्र बैठते हैं। ऐसे में शीर्ष संस्थानों में प्रवेश पाने के लिए छात्रों को कठिन परीक्षा से गुजरनी पड़ती है।
राज्य में करीब 4,500 छात्र जेईई की परीक्षा देते हैं। अप्रैल में होने वाली दूसरे सेशन की जेईई मेन परीक्षा में नंबर सुधारने का मौका है। वहीं जून में जेईई एडवांस परीक्षा है। ऐसे में छात्र अब आगे की तैयारी में जुट जाएं।
-योगेश सोनी, एक्सपर्ट, प्रतियोगी परीक्षाएं
इन छात्रों के परिणाम रहे बेहतर
छात्र – परसेंटाइल
जशमीत सिंह – 99.94
चैतन्य दीवान – 99.92
नीलाक्ष मलिक – 99.92
अभिनव राठौर – 98.30