Home रायगढ़ डाइट के जमीन में निजी निर्माण मामले पर मुखर हुए दिग्गज प्रतिनिधि, रखी बेबाक राय, जिम्मेदारों की कार्यशैली पर सवाल

डाइट के जमीन में निजी निर्माण मामले पर मुखर हुए दिग्गज प्रतिनिधि, रखी बेबाक राय, जिम्मेदारों की कार्यशैली पर सवाल

by Naresh Sharma

रामकृष्ण पाठक की रिपोर्ट
कुड़ेकेला :-रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ ब्लॉक अंतर्गत आने वाले संस्थान डाइट के हिस्से की एक जमीन पर निजी निर्माण कार्य शुरू होने के बाद यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है। जिले में स्थित डाइट की एकमात्र संस्था से जुड़े इस मामले की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय लोगों व जनप्रतिनिधियों द्वारा सरकारी जमीन की रजिस्ट्री कराने की बात को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं।
बता दें कि धरमजयगढ़ नगर पंचायत क्षेत्र के पतरापारा मोहल्ले में स्थित प्लॉट नंबर 1100 जो कि सरकारी बाउंड्री वॉल से घिरा हुआ है और उस भूमि से सटकर सरकारी हेलीपैड बना हुआ है। अब उस भूमि पर निजी निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। इस मामले में डाइट प्रिंसिपल अनिल पैंकरा ने संबंधित जमीन को संस्था के अधीन बताया है। जबकि स्थानीय तहसीलदार बी के डहरिया ने कहा कि इस प्लॉट की रजिस्ट्री हो चुकी है। सालों से जो जमीन डाइट के हिस्से में मानी जाती रही है और उस जमीन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बकायदा अहाता निर्माण कर उसे घेरा भी गया है लेकिन अब राजस्व अधिकारी से पता चला है कि वह जमीन बिक गई है।

उल्लेखनीय है कि जिले में स्थित जिला शिक्षा एवं बुनियादी प्रशिक्षण संस्थान की एकमात्र संस्था धरमजयगढ़ में है। इस वजह से क्षेत्र के लिए इस पुरानी संस्था का यहां होना गर्व का विषय माना जाता है। पूर्व में कई बार डाइट को जिले में स्थापित करने की खबरें सामने आई। जिस पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने इसका कड़ा विरोध जताया। अब डाइट के हिस्से की जमीन से जुड़ा एक विवादित मामला सामने आने के बाद स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने फिर से अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। जिसमें उन्होंने जिम्मेदारों की कार्यशैली पर सवाल खड़े करते हुए उन्हें आड़े हाथों लिया है। इस मामले पर राजनीतिक दलों के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने अपनी बेबाक राय व्यक्त की है।

उपाध्यक्ष प्रदेश किसान मोर्चा – चारागाह न समझें अधिकारी:-
इस मामले पर उपाध्यक्ष प्रदेश भाजपा किसान मोर्चा टीकाराम पटेल ने कहा कि अधिकारी कर्मचारी धरमजयगढ़ क्षेत्र को सुरक्षित चारागाह समझने की कोशिश कांग्रेस कार्यकाल से करते आ रहे हैं। उन्हें यह समझ लेने की आवश्यकता है कि अब छत्तीसगढ़ में सरकार बदल चुकी है और सरकार भाजपा की है। जमीन दलालों के साथ मिलकर राजस्व अमला जिस कदर भ्रष्टाचार को अंजाम दे रहा वह किसी से छिपा नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकारी जमीन को बेचने का नियम कांग्रेस सरकार ने बनाया था और नियम बदलने के बाद भी प्रशासन के अधिकारियों की आदत नही बदली है।

जिला सचिव ‘आप’- दोषियों पर हो कार्रवाई:-
इस मामले पर आप पार्टी के जिला सचिव दिनेश्वर राठिया ने कहा कि हमारे धरमजयगढ़ मे मात्र एक जिला संस्थान डाइट है। उसमें भी भू-माफियों द्वारा सांठगांठ कर सरकारी संस्थानों की जमीन को भी इस तरह बेचा जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह स्थिति काफी निराशाजनक है और इससे क्षेत्र की बदनामी भी होती है। दिनेश्वर ने कहा कि इस मामले में सम्बंधित विभाग द्वारा उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों पर उचित कार्रवाई किया जाना चाहिए।

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