Jabalpur News : जबलपुर, दसे के बाद जीवित बचने की खुशी वही अनुभव कर सकता है जिसने करीब से मौत को देखा हो। हादसे के बाद कभी-कभी जीवन इतना भारी हो जाता है कि मन में कई बार गलत विचार भी घर कर जाते हैं। अंगभंग होने के बाद भी छतरपुर के नौगांव के युवराज बुंदेला ने हौसला बनाए रखा। डाक्टरों की बातों और उनके प्रयास ने जीवन की आस छोड़ चुके युवराज को नई उम्मीद दी। घर जाने के पहले युवराज ने डाक्टरों की टीम को धन्यवाद बोला। कहा-आप लाेगों के प्रयास के कारण ही दोबारा जीवन मिल पाया है।
हादसे में युवराज बुंदेला के हाथ -पैर के पंजा बुरी तरह छतिग्रस्त हो गए थे। यूनिटी स्मार्ट फाइनेंस की नागौद ब्रांच में काम करने वाले युवराज कलेक्शन लेने के लिए रैगढ जिला पन्ना गए थे। फतेहपुर के पास सिंगल रोड होने के कारण सामने से आ रही पल्सर चालक ने गड्ढा बचाने के चक्कर में मोटरसाइकिल में टक्कर मार दी। उसी समय तेज स्पीड से सामने से एक पल्सर मोटरसाइकिल वाला बहुत आ रहा था। युवराज अपनी साइट पर थे, पल्सर वाले से बाइक कंट्रोल नहीं हुई और एक्सीलेटर साइड दिया जिससे हाथ भी फैक्चर हो गया और बुरी तरह पैर का पंजा क्षतिग्रस्त हो गया। डाक्टरों ने मिलकर की। सर्जरी जिसमें डाक्टर अभिजीत मुखर्जी, डाक्टर जलज शिवहरे प्लास्टिक सर्जरी एवं डा विकास साबला पी जी मल्टी सिटी हास्पिटल प्रेम मंदिर के पास राईट टाऊन जबलपुर में लगभग 40 दिन बाद डिस्चार्ज किया गया।