Home मध्यप्रदेश Jabalpur Crime : जबलपुर में सट्टा पकड़ने वाली पुलिस टीम संदेह के दायरे में, चार पुलिसकर्मियों को किया लाइन अटैच

Jabalpur Crime : जबलपुर में सट्टा पकड़ने वाली पुलिस टीम संदेह के दायरे में, चार पुलिसकर्मियों को किया लाइन अटैच

by Naresh Sharma

Jabalpur Crime : जबलपुर, लार्डगंज थाना के निवाड़गंज क्षेत्र में लंबे समय से सट्टे का अड्डा संचालित हो रहा था। पुलिस अधीक्षक तुषारकांत विद्यार्थी को इसकी सूचना मिली। उनके निर्देश पर विशेष टीम ने छापा मारा और सटोरियाें को दबोच लिया। इस मामले में थाने के अधिकारियों और जवानों की भूमिका संदेह के दायरे में आई। जिसके चलते बीट प्रभारी से लेकर सिपाही तक को लाइन अटैच कर दिया गया। सट्टे के अड्डे पर रेड के बाद पुलिस अफसरों के विरुद्ध की गई इस कार्रवाई के बाद पूरे जिले की पुलिस सकते में है।

13 जून को पकड़ाया था सट्टा

लार्डगंज थाना क्षेत्र के निवाड़गंज में आने वाली नारियल वाली गली में ओमप्रकाश केसरवानी उर्फ मट्टू द्वारा लम्बे समय से सट्टा संचालित किया जा रहा था। 13 जून को पुलिस की स्पेशल टीम ने वहां छापा मारा था। टीम ने वहां से ओमप्रकाश समेत छोटी ओमती निवासी राहुल सोनी, जय प्रकाश नगर निवासी सतीष कुमार को गिरफ्तार किया। आरोपियों के कब्जे से दो लाख सात हजार 955 रुपये जब्त किए गए। पुलिस के अनुसार मट्टू उर्फ ओमप्रकाश केशरवानी के विरुद्ध लार्डगंज में 31 और कोतवाली में पांच आपराधिक प्रकरण दर्ज है।

चार को हटाया, होगी जांच

जिस जगह पर सट्टे का अड्डा पकड़ा गया, उस बीट के प्रभारी एसआई अरविंद सिंह थे। वहीं बीट में उनके अलावा एएसआइ श्याम सुंदर तिवारी, हवलदार उमेश शुक्ला और सिपाही राजेश यादव तैनात थे। अफसरों को जानकारी लगी कि वह यह अड्डा लम्बे समय से संचालित हो रहा था। एसपी और विशेष टीम को इसकी जानकारी लग गई, तो आखिरकार ऐसी क्या वजह थी कि बीट के अधिकारियों और जवानों को इसका पता नहीं चला। अंदेशा जाहिर किया जा रहा है कि पुलिस की मिलीभगत से ही यह धंधा संचालित हो रहा था। मामले में थाने के अन्य अधिकारियों और जवानों की भूमिका की भी जांच की जा रही है।

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