Indore Crime News: इंदौर, शहर में जालसाज युवक-युवती का कारनामा सामने आया है। दोनों फर्जी दस्तावेजों के जरिए निजी फाइनेंस कंपनी को चपत लगा कर भाग गए। फाइनेंस कंपनी को दूसरों के बैंक खातों की जानकारी दे दी। किस्त कटने पर हड़कंप मचा और छानबीन शुरू हुई। मंगलवार को पुलिस ने मामले में एफआइआर दर्ज की।जानकारी मिली की आरोपितों ने टीवी, मोबाइल और फर्नीचर खरीदी है
फर्जीवाड़ा की एफआइआर विजय नगर थाना में दर्ज हुई है। पुलिस ने परिणय पुत्र रामप्रसाद बिल्लौरे निवासी नादिया नगर की शिकायत पर आरोपित चेतन निवासी नेहरु नगर के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है।चेतन ने पुलिस को बताया कि 2 मई को बैंक (एसबीआइ) खाते से अचानक 6 हजार 675 रुपये कटने का मैसेज आया। स्टेटमेंट लेकर बजाज फाइनेंस कंपनी पहुंचा तो बताया उसके नाम से तो आइफोन फाइनेंस हुआ है। उसका आधार कार्ड लगाया है जिस पर मेघदूत नगर का पता दर्ज है।
पेनकार्ड की फोटो कापी लगी है, मगर उस पर फोटो किसी और का है। कंपनी में जमा फार्म पर लाइव फोटो भी है जो चेतन (नेहरु नगर) का है। पुलिस ने मामले में जांच की और मंगलवार को चेतन के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। पुलिस फाइनेंस कंपनी के उन कर्मचारियों की भी जांच कर रही है जिन्होंने लोन अप्रूव किया था।
पर्दे के पीछे सोनिया, इसने ही रचा फर्जीवाड़ा का षड़यंत्र
परिणय की शिकायत के बाद बजाज फाइनेंस कंपनी का प्रबंधन सक्रीय हुआ और लोन केस की जांच की। पता चला कि पर्दे के पीछे सोनिया उर्फ दिव्या पांडे है। उसने ही फर्जी दस्तावेज तैयार कर कंपनी को चपत लगाई है।मैनेजर आकाश गौतम ने भी शिकायत की और कहा कि सोनिया मोबाइल, फर्नीचर, टीवी सहित आठ सामान फाइनेंस करवा कर फरार हो गई है। टीआइ रवींद्र गुर्जर के मुताबिक, फिलहाल चेतन के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। फाइनेंस कंपनी की तरफ से आए शिकायती आवेदन की जांच जारी है।