रायगढ़. सोमवार की शाम रायगढ़-जशपुर मार्ग में हाथियों का एक दल आ जाने से इस मार्ग में काफी समय तक के लिये वाहनों के पहिये थम गए। हाथियों के सड़क पार कर जंगल में जाने के बाद ही इस मार्ग में वाहनों और लोगों का आवागमन शुरू हो सका। मामला धरमजयगढ़ वन मंडल का है।
मिली जानकारी के मुताबिक इन दिनों रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ वन मंडल में ही बीते सप्ताह भर से 120 हाथी अलग-अलग दलों में विचरण कर रहे हैं। जबकि इन दिनों रायगढ़ वन मंडल में एक भी हाथी नही है। धरमजयगढ़ वन मंडल में हाथियों की बड़ी संख्या होनें की वजह से रोजाना यहां के अलग-अलग बीट में हाथियों के द्वारा दर्जनों किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाने की घटनाएं भी सामने आ रही है।
इसी क्रम में सोमवार की शाम 6 बजे रायगढ़-जशपुर मार्ग में धरमजयगढ़ वन मंडल के अंतर्गत आने वाले आमगांव गांव के पास हाथियों का एक बड़ा दल सड़क पार करते हुए जूनापानी की तरफ गया है। हाथियों के सड़क में आ जाने की वजह से इस मार्ग में काफी संख्या में वाहनों के पहिये थम गए थे वहीं इस दौरान वन विभाग और हाथी मित्र दल के सदस्य मौके पर मौजूद रहे और हाथियों के सड़क पार करने के बावजूद लोगों का इस मार्ग में आवागमन शुरू हो सका।
कई गांव में अलर्ट जारी
सोमवार की शाम हाथियों का एक बड़ा दल जिसमें कुछ शावक भी शामिल है वह सड़क पार करते हुए जूनापानी की तरफ गया है। इस लिहाज से वन विभाग की टीम आधे दर्जन से अधिक गांव में पहुंचकर गांव के ग्रामीणों को हाथियों से अलर्ट रहने की बात कहते हुए किसी भी स्थिति में जंगल की तरफ नही जाने की अपील की है।
34 किसानों की फसलों को नुकसान
बीती रात हाथियों के दल ने धरमजयगढ़ वन मंडल में 34 किसानों की धान की फसल को नुकसान पहुंचाया है जिसमें फत्तपुर में 02, मेडरमार में 04, सेमीपाली में 06, पोटिया में 01, लिप्ती, जाताटिकरा, सागुलटिकरा में 11, तेजपुर में 04, रिलो में 01 के अलावा बनहर में 05 किसानों के धान की फसल को हाथियों ने नुकसान पहुंचाया है।