Home मध्यप्रदेश Cyber ​​Crime in Madhya Pradesh: ठगी की धनराशि क्रिप्टो करंसी और डालर में बदलकर भेजी जा रही चीन

Cyber ​​Crime in Madhya Pradesh: ठगी की धनराशि क्रिप्टो करंसी और डालर में बदलकर भेजी जा रही चीन

by Naresh Sharma

Cyber ​​Crime in Madhya Pradesh: बृजेंद्र ऋषीश्वर, भोपाल। अब तक साइबर ठगी की राशि झारखंड या हरियाणा के मेवात क्षेत्रों सहित अन्य जगहों के खातों में ट्रांसफर कर दूरस्थ इलाकों में निकाली जाती थी, लेकिन अब बड़ी राशि की आनलाइन ठगी में चौकाने वाला तरीका सामने आ रहा है। अब ठगी जाने वाली राशि दूसरे खाते में जाने के साथ ही क्रिप्टो करंसी में बदल जाती है, जो लंबे समय तक क्रिप्टो भी नहीं रहती।

इसे डालर में बदल कर चीन के खाते में ट्रांसफर कर दिया जाता है। दरअसल, पूरा खेल एंड्रायड सपोर्टिंग एक एप्लीकेशन (एप) से हो रहा है, जिस पर बैंकिंग सेक्टर की निगरानी कम है। साइबर पुलिस ने भोपाल में 35 लाख रुपये की ठगी के मामले में जांच शुरू की तो पता चला कि रकम खाते से जाते ही क्रिप्टो करंसी और फिर डालर में कंवर्ट होकर चीन के खाते में जमा हो गई है।

सेल्‍स मैनेजर के साथ 34 लाख की ठगी

पुलिस के मुताबिक पिपलानी निवासी निजी कंपनी में सेल्स मैनेजर प्रवीण शर्मा (31 वर्षीय) 34 लाख की साइबर ठगी के शिकार हो गए। उन्हें चार अप्रैल को टेलीग्राम एप पर ठग ने पेपर वर्क के काम देने का कहकर एक लिंक भेजी और काम पूरा होने पर दो लाख रुपये देने का झांसा दिया।

झांसा देकर तीन लाख रुपये प्रोसेसिंग के नाम पर मांगे

उनसे मोबाइल नंबर, खाता नंबर, एटीएम, ईमेल जैसी जानकारी ली गई। उन्हें काम दिया गया और उसके पूरा होने के पहले ही उनके खाते में दो लाख रुपये डाल दिए गए। लेकिन, रुपये निकलने से पहले ही उन्हें और काम देने का झांसा देकर तीन लाख रुपये प्रोसेसिंग के नाम पर मांगे गए। इसके बाद उन्हें एक एप डाउनलोड कराकर उनके खाते से करीब 34 लाख रुपये निकाल लिए। बाद में उन्होंने जब दो लाख रुपये निकालने की कोशिश की तो पता चला कि उनका खाता हैक हो चुका था। उन्हें ठगी का अहसास हुआ तो उन्होंने साइबर क्राइम पुलिस में शिकायत की।

एप में राशि कंवर्ट करने का विकल्प

साइबर क्राइम पुलिस के उपायुक्त श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने बताया कि ठगी बायनेंस नामक एंड्रायड सपोर्टिंग एप्लीकेशन के माध्यम से की गई है। इस एप में न केवल राशि कंवर्ट करने का विकल्प है, बल्कि मनी ट्रांसफर करने में भी यह सक्षम है। जो ठगी हुई, उसकी राशि रुपये से क्रिप्टो और फिर डालर में कंवर्ट होकर चीन के खाते में जमा हुई है। मामले की जांच जारी है।

क्या है क्रिप्टो और रुपया कैसे होता है कंवर्ट

क्रिप्टो करंसी डिजिटल पेमेंट सिस्टम है, जिसका ट्रांजैक्शन बैंक वेरिफाई नहीं करता है। रुपये को क्रिप्टो करंसी में कंवर्ट करने के दो माध्यम हैं। सबसे आसान तरीका क्रिप्टो एक्सचेंज के जरिए इसे खरीदना है। दुनिया भर में सैकड़ों क्रिप्टो करंसी एक्सचेंज हैं। वजीरएक्स, जेबपे, क्वाइन स्विच, क्वाइन डीसीएक्सगो नामक कुछ ऐसे ही एक्सचेंज हैं। ये कभी बंद नहीं होते। क्रिप्टो ट्रेडिंग और निवेश के लिए किसी एक्सचेंज पर पंजीकरण कराना होता है। फिर, वहां लाग-इन के बाद प्रक्रिया पूरा कर वालेट में पैसे ट्रांसफर किए जाते हैं और डिजिटल मुद्राओं की खरीदारी की जा सकती है। ठग पूरी प्रक्रिया से कई कदम आगे चल रहे हैं।

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