Cheetah Project in MP: श्योपुर. कूनो नेशनल पार्क के जंगल से सटे झारबड़ौदा गांव में आज सुबह एक चीता घुस गया। यह चीता कूनो नेशनल पार्क सेकूनो नेशनल पार्क के खुले जंगल में घूम रहे चार चीतों से एक चीता ओबान रात को बाहर निकलकर पास के झारबड़ौदा गांव में घुस गया। सुबह चीता दिखाई देने पर ग्रामीण दहशत में आ गए। सूचना मिलते ही भातीय वन्य जीव संस्थान देहरादून , वन विभाग व कूनो का निगरानी दल लोकेशन ट्रेस करते हुए गांव पहुंचा। जहां दल ने घंटों तक लहसुन के खेत में बैठे चीते को पार्क की ओर लाने का प्रयास किया। दल ने मांस के टुकड़े डालकर चीते को वहां से मूव कराया है। कूनो प्रबंधन का कहना है चीते को गांव से दूर कर दिया गया। हालाकि ग्रामीण अब भी भयभीत है उनका कहना है कि चीता कूनो की ओर नहीं गया है, वह गांव के आसपास ही घूम रहा है। खेत में फसल कटाई के काम में लगे मजदूर भी वापस आ गए हैं।
कूनो के खुले जंगल में इस समय नामीबिया से लाई गई मादा चीता आशा और नर चीता फ्रेडी, एल्टन और ओबान घूम रहे है। चीता ओबान शनिवार-रविवार की रात पार्क एरिया से बाहर निकलकर जंगल से लगभग 20 किमी दूर झारबड़ौदा गांव पहुंच गया। जब ग्रामीणों ने खेत में चीते को देखा तो वह डर गए। सुरक्षा के लिए हाथों में लाठी-डंडे लेकर खेत पर पहुंचे और इसकी सूचना वन विभाग को दी गई। वन विभाग और प्रोजेक्ट चीता के अधिकारी मौके पर पहुंचे। चीता खेत में बैठा दिखाई दिया।
चीता को वापस लाने के लिए चार टीमें व 20 से ज्यादा वनरक्षक लगाए गए। कूनो प्रबंधन का कहना है कि गांव में चीता घुसने की सूचना ग्रामीणों द्वारा दी गई थी। चीता किस जगह है इसका पता कालर आइडी से लगाया गया। ग्रामीण लालपति जाटव ने बताया कि वह सुबह 6 बजे मकान के पीछे बाड़े में जा रहा था, तभी वनकर्मी दौड़ते-दौड़ते आया और बोला की गांव में चीता घुस आया है। इसके बाद गांव के लोग हाथ में लाठी-डंडे लेकर वनकर्मी के साथ मौके पर पहुंचे, जहां चीता एक खेत में बैठा हुआ था।