संदीप तिवारी, रायपुर। कर्नाटक चुनाव के बाद छत्तीसगढ़ की सियासी गलियारों में मतदाताओं को लुभाने और उन तक अपनी पैठ जमाने की कवायद तेज हो गई है। मिशन 2023 में जुटे कांग्रेस-भाजपा दोनों ही राजनीतिक दल एक-दूसरे के साथ कदमताल करते नजर आ रहे हैं। भूपेश सरकार जहां भरोसे के सम्मेलन के जरिए अपनी योजनाओं के जरिए आम आदमी तक पैठ मजबूत करने की मशक्कत में है वहीं छत्तीसगढ़ भाजपा भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नौ वर्ष पूरे होने के अवसर को उत्सव के रूप में मनाने की रणनीति पर चल रही है। लाभार्थी सम्मेलन के जरिए महिला, युवा, किसानों और आदिवासियों की बीच पैठ बनाने के लिए रणनीति पर काम चल रहा है। नवंबर-दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर इन सम्म्मेलनों को अहम माना जा रहा है। इन सम्मेलनों में राष्ट्रीय नेता भी शिरकत करने वाले हैं।
जून में भाजपा का लाभार्थी, प्रबुद्ध और व्यापारी सम्मेलन
भाजपा पार्टी एक महीने का विशेष संपर्क अभियान चलाने जा रही है जिले राज्य स्तर से लेकर जिला, विकासखंड और मंडल स्तर तक चलाया जाएगा। इसमें जून में लाभार्थी सम्मेलन में केंद्र सरकार की योजनाओं में जैसे उज्जवला गैस योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, प्रधानमंत्री जनधन योजना, मुद्रा योजना आदि के लाभार्थियों को एक मंच पर लाया जाएगा। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव का कहना है कि हम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नौ वर्ष के कार्यकाल की उपलब्धियों को लोगों के बीच ले जाएंगे। इसके लिए महासंपर्क अभियान चलेगा।
इसके अलावा घर-घर संपर्क अभियान, संयुक्त मोर्चा सम्मेलन, प्रबुद्ध और व्यापारी सम्मेल का आयोजन भी होगा इसके पहले 29 मई को भाजपा पूरे देश में एक साथ प्रेस कांफ्रेंस कर अभियान के बारे में लोगों को जानकारी देगी। 30 मई को प्रधानमंत्री नरेन्द मोदी एक रैली से इस कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे और 31 मई को भी एक बड़ी जनसभा में लोगों को संबोधित करेंगे। 30 जून तक चलने वाले इस कार्यक्रम से केंद्र की योजनाओं के सभी लाभार्थियों से मुलाकात कर अगले विधानसभा- लोकसभा चुनाव के लिए ठोस वोट बैंक तैयार करने की रणनीति मानी जा रही है।
भरोसे का अगला सम्मेलन पाटन में
बस्तर में भरोसे का सम्मेलन आयोजित कर चुकी भूपेश बघेल सरकार की अगली रणनीति के तहत अब पाटन में भी इसी तरह का आयोजन होगा। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि सरकार की कल्याणकारी योजनाएं लोगों तक पहुंच रही है। प्रदेश में गोधन न्याय योजना, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय योजना, बेरोजगारी भत्ता योजना समेत अन्य तमाम योजनाओं व उपलब्धियों को जनता से साझा करेंगे। इसलिए इसे भरोसे का सम्मेलन कहा जाता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में महिला, युवा, किसान समेत सभी वर्ग सरकार की योजनाओं से खुश हैं।
सरकार ने हर वर्ग के लिए काम किया है। राजनीतिक प्रेक्षकों की मानें तो बस्तर में कांग्रेस का भरोसे का सम्मेलन बड़ा संदेश दे चुका है। यहां कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने एक तरह से चुनावी शंखनाद भी कर दिया है। कांग्रेस सरकार भरोसे का सम्मेलन के कार्यक्रम का दायरा बढ़ाने जा रही है। इस बार मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में ही इसके लिए 21 मई को पाटन में भरोसे का सम्मेलन और 26 मई से संभागीय स्तर पर सम्मेलन बस्तर से शुरू करने का निर्णय लिया गया है। बूथ स्तरीय सम्मेलन भी किए जाएंगे।