बिलासपुर। बिलासपुर – इतवारी इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन के बफर अलग होने के मामले में बिलासपुर स्थित कोचिंग डिपो में जांच शुरू हो गई है। गोंदिया व बिलासपुर के करीब सात से आठ अधिकारी एसएलआर व जनरल कोच का परीक्षण कर रहे हैं। हालांकि जांच के दौरान और किसी को आने की अनुमति नहीं है।
प्रथम दृष्टया कोच में ही तकनीकी खराबी होना माना जा रहा है। हालांकि ट्रैक भी वजह हो सकती है। रेल प्रशासन के द्वारा कोच परीक्षण के बाद ट्रैक की जांच भी करने के लिए कहा जाएगा। ताकि स्पष्ट हो जाए कि आखिर खराबी कहा पर है और इसके लिए कौन जिम्मेदार है।
घटना बुधवार रात 8:40 बजे की है। बिलासपुर से ट्रेन निर्धारित समय 3:55 बजे रवाना हुई। डोंगरगढ़ स्टेशन में अचानक इंजन के बाद के दोनों कोच का बफर ऊपर – नीचे हो गया। इसके कारण दोनों कोच आपस मे टकरा गए। सूचना मिलते ही अधिकारी व कर्मचारियों की टीम मौके पर पहुंच गई।
कोच से प्लेटफार्म का एक हिस्सा भी पड़ने से क्षतिग्रस्त हो गया। इस वजह से करीब डेढ़ से दो घण्टे तक ट्रेन स्टेशन में ही खड़ी रही। बाद इसे रवाना किया गया। बड़ी दुर्घटना टल गई। रेल प्रशासन इस जहाँ पर यात्रियों के सुरक्षा में चूक की बात आती है, ऐसे मामले को बेहद गनभरित के साथ लेती है। इस मामले को लेकर भी गभीर है। साथ ही यह सोच रहा है कि दोबारा ऐसी घटना न हो।
इसीलिए जांच के आदेश दिए गए हैं। इसी कड़ी में टीम कोचिंग डिपो सुबह ही पहुंच गई। इस टीम में बिलासपुर के अलावा गोंदिया के भी रेल अफसर है। एसएलआर और जीएस कोच का बारीकी से परीक्षण किया जा रहा है। हालांकि अब तक की जांच में उन्हें किसी तरह खामी मिली है या नहीं इसे स्पष्ट नहीं किया जा रहा है।
सीधे जांच रिपोर्ट पेश की जाएगी। इसमे जिसकी लापरवाही सामने आएगी, उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई होना भी तय है। इस जांच के बाद ट्रैक आ भी परीक्षण किया जाएगा। क्योंकि यह बात भी सामने आई है कि डोंगरगढ़ स्टेशन में ट्रैक में गड़बड़ी है। जिसकी जिसके कारण पहले भी घटना हो चुकी है।