बिलासपुर। छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय से संबद्ध कालेजों में सीट बढ़ाने के लिए नोड्यूज लेना अनिवार्य कर दिया गया है इसके बगैर सीट की संख्या में किसी भी प्रकार की बढ़ोतरी नहीं होगी।
बिना ड्यूज क्लियर किए बिना इस बार न तो निजी इंजीनियरिंग, पॉलीटेक्निक और फार्मेसी कॉलेजों को संबद्धता प्रदान करेगा और न ही उनकी सीट वृद्धि की जाएगी।
निजी कालेजों के संचालकों को इसका आदेश भेजा जा रहा है। इसमें स्पष्ट शब्दों लिखा जा रहा है कि संचय निधि, संबद्धता शुल्क, स्पोट्र्स शुल्क, सांस्कृतिक गतिविधि शुल्क आदि पहले जमा लिया जाएगा। इसके बाद संबद्धता की प्रक्रिया परी की जाएगी।भविष्य को ध्यान में रखते हुए उनकी परीक्षा भी ले ली जाती थी।
इस दौरान कॉलेजों के संचालक न तो शुल्क जमा करते थे और न ही खामियों को दूर करते थे। विवि के स्थापना काल वर्ष 2005 से यही सिलसिला चल रहा है। इसे दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। अभी तक शैक्षणिक संस्थानों को शपथ पत्र लेकर सशर्त संबद्धता दे जाती थी। इसमें उन्हें एक निश्चित मियाद के भीतर बताई गई खामियों को दूर करना होता था।
साथ ही बचे हुए शुल्क जमा करने की बातें होती थी, लेकिन निश्चित समय में शुल्क जमा नहीं की जाती थी। 79 फार्मेसी, 53 पॉलीटेक्निक, 31 इंजीनियरिंग कॉलेज शामिल है। सीएसवीटीयू प्रबंधन ने नोड्यूज को लेकर किसी भी प्रकार के समझौता नहीं करने का फैसला लिया है नियम का पालन नहीं करने वाले कॉलेज प्रबंधन ओ के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
निजी व सरकारी प्रक्रिया अलग है
सीएसवीटीयू से फार्मेसी, इंजीनियरिंग और पालीटेक्निक के कुल 163 महाविद्यालय संबद्ध हैं। इनमें से इंजीनियरिंग के 31 और पालीटेक्निक के 53 कॉलेज संबद्ध हैं। इसी तरह फार्मेसी पाठ्यक्रम के तहत डी. फार्मा के 42, बी. फार्मेसी के 30 और एम. फार्मेसी के सात कालेज संबद्ध हैं। इसमें निजी व सरकारी की प्रक्रिया अलग-अलग है।