Bhopal Crime News: भोपाल, राजधानी में यात्री वाहनों में एक बार फिर चोरी की वारदात हो रही है। सफर करने वालों के मोबाइल और पर्स चोरी की रोजाना वारदात सामने आ रही है। मार्च में करीब तीस वारदात सामने आ चुकी है। इसके पीछे कारण यह बताया जा रहा है कि पुलिस ने थानास्तर पर बसों में चेकिंग रोक दी है,उसके बाद से लगातार चोरी की वारदात हो रही है। चौंकाने वाली बात यह है कि इन वारदात को शातिर जेबकट अनजाम दे रहे हैं,लेकिन उनकी पहचान के पास चालक और परिचालक पुलिस को सूचना दहशत के कारण नहीं देते हैं।
मंगलवारा थाना पुलिस के मुताबिक पिपलानी निवासी 42 वर्षीय राम कृष्ण निजी काम करते हैं।वह दो अप्रैल को किसी काम से हमीदिया अस्पताल गए थे। जहां से वापस आते समय वह बस में सवार हो गए, रासते में जब वह बस से उतरे तो उनका मोबाइल गायब था। काफी तलाश करने के बाद वह नहीं मिला। उसकी सूचना उन्होंने मंगलवारा थाने में दर्ज कराई है।यह ऐसा पहला मामला नहीं है, इस तरह से करीब 30 पर्स , मोबाइल , एटीएम और बैग चोरी की करीब बीस शिकायत पिछले एक माह में दर्ज हुई है। इसमें सबसे ज्यादा हनुमानगंज, मंगलवारा , हबीबगंज और टीटीनगर में है। वारदात के बाद पुलिस एफआइआर तक सीमित रहती है। उसके आगे वह नहीं पहुंच पाती हैं।
जेबकट हमले करते हैं, इसलिए नहीं देते हैं सूचना:-
राजधानी की लो- फ्ललोर से लेकर सार्वजानिक वाहनों में जेबकट जब बस में सवार होता है तो उस बस के चालक और परिचालक उसे पहचान लेते हैं,लेकिन वह उनको सफर करने से रोक नहीं पाते हैं। उसकी सूचना अगर वह पुलिस को देते हैं तो वह उन पर हमला कर देते हैं। इससे पहले ऐसी वारदात सामने आ चुकी है। एमपीनगर और जहांगीराबाद में एफआइआर दर्ज भी हुई है।जब जेबकट के बाद हत्या तक हो चुकी है।
पलिस वारदात के चलाती है अभियान:-
राजधानी पुलिस का गजीब तरीका है। जब बस में सफर के दौरान बड़ी वारदात होती है, ,उसके बाद वह कुछ दिन तक चेकिंग अभियान चलाती है और बाद में बंद कर देती है। उस थानास्तर पर भी यह अभियान चलता है। बाद में मामला ठंडे बस्ते में जाता है तो पुलिस की चेकिंग भी गायब हो जाती है। क्राइम ब्रांच के डीसीपी श्रुतकीर्ति ने बताया कि जेबकटों की पहचान की जा रही है। जल्द ही कार्रवाई करेंगे।