रायगढ़। रायगढ़ जिले में गर्मी का मौसम शुरू होते ही पहाड़ो में आग लगने का क्रम शुरू हो चुका है। इसी क्रम में शुक्रवार की शाम शहर के अंदर ही रामपुर के पहाड़ में आग की लपटें देखी गई जिसे कई किलोमीटर दूर से आसानी से देखा जा रहा था।
यूं तो वन विभाग के द्वारा गर्मी के दिनों में दावानल की घटना से निपटने कई तरह की योजना बनाई जाती है। साथ ही साथ जागरूकता अभियान चलाते हुए इसे रोकने की बात कही जाती है। परंतु परिणाम इसके उलट देखने को मिलते रहा है। गर्मी के दिनों में हर साल जंगल मे आग लगने की खबरे लगातार सामने आते रही है। शुक्रवार की शाम शहर के अंदर ही रामपुर की पहाड़ी में आग की भयंकर लपटे देखी गई। देखते ही देखते यहां के पहाड़ में आग इतनी अधिक बढ़ गई कि जिसे कई किलोमीटर दूर से भी आसानी से देखा जा सकता था।
गर्मी के दिनों में रायगढ़ जिले के पहाड़ो और जंगलों में इस तरह की घटना होना आम बात है। रामपुर क्षेत्र के युवाओं ने बताया कि पिछले साल भी यहां के पहाड़ में दावानल की घटना कई बार सामने आ चुकी है। परंतु इसके बावजूद वन विभाग इस ओर गंभीर नही है । लोगों का यह भी कहना था कि वन विभाग के अधिकारियों के अलावा दमकल विभाग को आग लगने की घटना से अवगत कराएं जाने के बावजूद 1 घंटे से अधिक समय बीत जाने के बाद विभाग के तरफ से कोई भी अधिकारी या कर्मचारी मौके पर नही पहुंचा। ऐसे में लोग जिम्मेदार अधिकारियों को कोसते हुए यहां तक कहा कि अभी दावानल के शुरुआती दिनों में ये हाल है तो आने वाले दिनों में इनकी कथनी और करनी में आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है।
रामपुर के पहाड़ में आग लगने के कारणों का पता नही चल पाया है। आग अपने आप लगी या फिर किसी शरारती तत्व के द्वारा पहाड़ में आग लगाया है इसका भी कुछ पता नही चल पाया है। इस मामले में रायगढ़ वन परिक्षेत्र की रेंजर लीला पटेल ने बताया कि पहाड़ में आग लगने की सूचना शाम को मिल गई थी जिसके बाद देर रात तक आग को बुझा लिया गया है।