रायपुर। राज्य ब्यूरो। Kirti Chakra to Chhattisgarh soldiers: बीजापुर में वर्ष-2021 में नक्सलियों के साथ भीषण लड़ाई में बलिदान हुए छत्तीसगढ़ के तीन पुलिसकर्मियों को मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित करने का निर्णय लिया गया है। इन जवानों में बलिदानी उप निरीक्षक दीपक भारद्वाज, बलिदानी प्रधान आरक्षक सोढ़ी नारायण और बलिदानी प्रधान आरक्षक श्रवण कश्यप शामिल हैं। ये सभी जवान बस्तर संभाग में तैनात थे।
74वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर इन बलिदानियों को कीर्ति चक्र से सम्मानित करने की घोषणा हुई है। इन तीनों के स्वजनों को जून-2023 में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के हाथों कीर्ति चक्र सम्मान मिलेगा। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने छह बलिदानियों को कीर्ति चक्र देने का निर्णय लिया है, इसमें अकेले छत्तीसगढ़ से ही तीन बलिदानियों के नाम शामिल किए गए हैं।
यहां हुई थी मुठभेड़ और जवानों ने दिखाई थी बहादुरी
तीन अप्रैल, 2021 की सुबह करीब 10.30 बजे बीजापुर के बासागुड़ा-जगरगुंडा के बीच तर्रेम पुलिस कैंप से करीब 12 किलोमीटर दक्षिण में स्थित एक जंगल में पुलिस जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। इससे पहले ये जवान दो अप्रैल 2021 को गांव पेद्दागेलूर, टेकलगुड़ेम, जोनागुड़ा, झीरम और बीजापुर के सरहदी क्षेत्र में सशस्त्र नक्सलियों की उपस्थिति होने की सूचना मिलने के बाद विशेष सर्चिंग अभियान में निकले थे।
संयुक्त पुलिस बल ग्राम पेद्दागेलूर और टेकुलगुड़ेम के सघन जंगल, पहाड़ी क्षेत्र में सर्चिंग करने पहुंचे थे कि घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने हमला कर दिया। इस दौरान उक्त तीनों जवानों ने वीरता का परिचय देते हुए नक्सलियों से मुकाबला किया और वीरगति को प्राप्त हुए। इन जवानों में प्रधान आरक्षक सोढ़ी नारायण बीजापुर के आवापल्ली क्षेत्र के पुनूर गांव के निवासी थे। वे पुलिस की जिला रिजर्व गार्ड की इकाई में पदस्थ थे। सोढ़ी व प्रधान आरक्षक श्रवण कश्यप नक्सल विरोधी बल डीआरजी से जुड़े थे ।
वीरता पुरस्कार सुनकर भावुक हुए स्वजन
उप निरीक्षक दीपक भारद्वाज के पिता राधेलाल यह जानकर भावुक हो गए कि उनके बलिदानी पुत्र को वीरता पुरस्कार मिलेगा। उन्होंने कहा कि मुझे इस बात पर गर्व है कि मैं एक बलिदानी का पिता हूं। मैं उनके लिए आंसू नहीं बहाता, क्योंकि उन्होंने जो किया है उसे करने के लिए साहस और वीरता की आवश्यकता है। यह वास्तव में एक बलिदानी के पिता और पूरे गांव के लिए गर्व करने का क्षण है।
क्या होता है कीर्ति चक्र ?
कीर्ति चक्र भारत का शांति के समय से वीरता का पदक है। सैनिकों और असैनिकों को असाधारण वीरता या शौर्य या बलिदान के लिए दिया जाता है। यह मरणोपरांत भी दिया जा सकता है। वरीयता मे यह महावीर चक्र के बाद आता है।
बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी. ने कहा, यह सम्मान उन बहादुर जवानों के लिए मार्गदर्शन प्रकाश के रूप में है जो नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई में निरंतर डटे हुए हैं। 26 जनवरी को यह वीरता पुरस्कार देने की घोषणा हुई है। जून-2023 में राष्ट्रपति के हाथों बलिदानियों के स्वजनों को यह प्रदान किया जाएगा।