रायगढ़। रविवार की सुबह एक व्यक्ति की लाश मिलने के मामले का पुलिस ने खुलासा करते हुए पति पत्नी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। नशे की हालत में अश्लील हरकतें करने के बाद पति-पत्नी ने मिलकर हत्या की इस वारदात को अंजाम दिया था।
मिली जानकारी के मुताबिक रायगढ़ जिले के लैलूंगा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम बनेकेला में आज सुबह फागुलाल राठिया 40 साल की खून से सनी हुई लाश मिलने से पूरे गांव में सनसनी फैल गई। इस घटना के बाद पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल के निर्देशन और एडिशनल एसपी आकाश मरकाम व एसडीओपी सिद्धांत तिवारी के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी निरीक्षक राजेश जांगड़े के नेतृत्व में पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की।
इस तरह पुलिस को मिला क्लू
पुलिस को प्रारंभिक जांच में घटना स्थल पर मृतक की सायकल के अलावा कुछ दूरी पर टूटी हुई कांच की चूडियां मिली थी। गांव के कार्तिक राम राठिया ने पुलिस को बताया कि बीती रात सार्वजनिक दुर्गा मंदिर में चैत्र नवरात्रि पर्व को लेकर एक बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें फागुलाल भी शामिल था। बैठक के बाद वह गांव के रोहित कोरवा के साथ देखा गया था। पुलिस ने रोहित कोरवा को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू किया तो उसने बताया की अपनी पत्नी पंचमी कोरवा के साथ मिलकर फागुलाल की हत्या करने की बात कबूल कर ली।
दोनों ने मिलकर पत्थर से सिर कुचला
आरोपी रोहित कोरवा (19 वर्ष) और उसकी पत्नी पंचमी कोरवा (37 वर्ष) ने बताया कि घटना की रात फागुलाल उनके घर आया था। खाना खाने के बाद उसने नशे की हालत में अश्लील हरकतें करनी शुरू कर दीं और झगड़ा करने लगा। इस पर रोहित और पंचमी ने उसे समझाने की कोशिश की, लेकिन जब वह नहीं माना तो दोनों ने मिलकर उसे खींचते हुए भेड़ीमुडा मार्ग की ओर ले गए। जहां दोनों ने मिलकर फागुलाल की हाथ-मुक्कों से पिटाई की और फिर एक बड़े पत्थर से उसके सिर, चेहरे और शरीर पर ताबड़तोड़ वार कर उसकी हत्या कर दी।
दोनों आरोपियों को भेजा गया जेल
आरोपियों के निशानदेही में लैलूंगा पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त पत्थर, खून से सने कपड़े और अन्य अहम सबूत जब्त किए गए। दोनों के खिलाफ धारा 103(1),3(5) बीएनएस में मामला दर्ज कर न्यायिक रिमांड पर दोनों को जेल भेज दिया गया है।
इनकी रही अहम भूमिका
इस जघन्य हत्याकांड का पर्दाफाश करने में थाना प्रभारी राजेश जांगड़े, सहायक उपनिरीक्षक चंदन सिंह नेताम, प्रधान आरक्षक नंद कुमार पैंकरा, आरक्षक राजू तिग्गा, सुरेश मिंज और महिला ग्राम कोटवार की अहम भूमिका रही। पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल ने टीम को त्वरित कार्रवाई और सूझबूझ से मामले को सुलझाने के लिए सराहना की।