Home छत्तीसगढ़ पुसौर की विकास यात्रा में अदाणी पॉवर की है अहम भूमिका, मजबूत और आत्मनिर्भर समुदाय से विकसित भारत की ओर बढ़ता रायगढ़

पुसौर की विकास यात्रा में अदाणी पॉवर की है अहम भूमिका, मजबूत और आत्मनिर्भर समुदाय से विकसित भारत की ओर बढ़ता रायगढ़

by Naresh Sharma

रायगढ़। छत्तीसगढ़ प्रदेश का रायगढ़ जिला राजनीति ही नहीं बल्कि औद्योगिक क्रांति में भी अपनी अलग पहचान रखता है। सामाजिक और आर्थिक विकास की दृष्टि से जिले में मौजूद विभिन्न इस्पात और ताप विद्युत गृहों ने अपने विकासखंडों की विकास यात्रा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। जिसमें पुसौर विकासखंड भी अछूता नहीं है। पुसौर प्रखण्ड में अदाणी पावर लिमिटेड की स्थापना से लेकर अब तक जहां परिधीय गावों से रोजगार के लिए पलायन घटा है तो वहीं इससे उत्पन्न हुई स्वरोजगार और रोजगार से हजारों लोग आत्मनिर्भर भी हुए हैं। जिले में औद्योगिक विकास के लिए अदाणी पॉवर लिमिटेड, छोटे भंडार में अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल तकनीक पर आधारित 800 मेगावाट की दो इकाईयों की आधुनिक ताप विद्युत संयत्र के विस्तारण के तहत एक आधुनिक स्तर का संयंत्र स्थापित किया जा रहा है, जो कि प्रदूषण नियंत्रण उपकरण इलेक्ट्रो स्टेटिक प्रिसेपिटेटर (ईइसपी) द्वारा संयंत्र में बिजली उत्पादन के दौरान उत्पन्न होने वाली गैसों तथा फ्लाई ऐश को फिल्टर करता है। फिल्टर की हुई धुएं को 275 मीटर ऊंची चिमनी से इतनी ही ऊंचाई पर खुले आसमान में छोड़ा जाता है. इससे आसपास के वातावरण को शुद्ध और स्वच्छ बनाए रखा जा सकता है। साथ ही सर्वोत्तम पर्यावरण उत्कृष्ट इकाई, तथा फ्लाई ऐश उपयोग में उत्कृष्टता के अलावा यह प्लांट सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त प्लांट है, जिसे राष्ट्रीय एजेंसी भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान किया गया है।

क्षेत्र की आवो हवा शुद्ध बनाए रखने व इसके एक अनुकरणीय पहल एवं कार्यों के लिए अभी हालही में अदाणी पॉवर लिमिटेड, बड़े भंडार को पर्यावरण संरक्षण में किये गए पर्यावरण उत्कृष्टता परिषद (सीईई) द्वारा तीसरे राष्ट्रीय विद्युत जनपर्यावरण उत्कृष्टता पुरस्कार 2024 में दो प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया हैं। अदाणी पॉवर लिमिटेड, रायगढ़ को यह सम्मान, निजी क्षेत्र में 500 मेगावाट से ऊपर के कोयले की स्वतंत्र विद्युत संयंत्र (आईपीपी) श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ पर्यावरण उत्कृष्टता हासिल के लिए मिला है। इसी तरह जलवायु परिवर्तन की समस्या को देखते हुए पर्यावरण संरक्षण पर इस वर्ष कंपनी ने 2 लाख से अधिक पेड़ लगाने का लक्ष्य रखा है। जल संरक्षण और संवर्धन को प्रोत्साहित करने हेतु तालाब गहरीकरण का कार्य भी किया गया है। यही नहीं पुसौर का यह पॉवर प्लांट वर्तमान में आईएसओ प्रमाणित सयंत्र है जिसे सयंत्र के गुणवत्ता प्रबंधन में 9001-2015, पर्यावरणीय प्रबंधन में 14001-2015, 45001, 27001 इत्यादि सहित कुल सात प्रमाण पत्र प्राप्त हैं।

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