रायगढ़। भाई बहन के अटूट प्रेम का पर्व रक्षाबंधन आज पूरे भारत में पूरे हर्षोउल्लास के साथ मनाया जा रहा है। वहीं रायगढ़ जिला जेल में भी चार साल बाद रक्षाबंधन पर्व मनाने की अनुमति मिलने के बाद सुबह से ही यहां बहनों की भीड़ जुटनी शुरू हो चुकी है। दूर दराज से अलावा अन्य प्रदेशों से बहने अपने भाई को राखी बांधने जिला जेल पहुंची रही है।
शासन के आदेशानुसार रायगढ़ जिला जेल में भी इस साल जेल प्रशासन ने सलाखों के पीछे बंद विचाराधीन बंदियों के कलई में राखी बांधने छूट दे दी है। इस दौरान जेल परिसर के बाहर और अंदर कड़े सुरक्षा के भी इंतजाम किया गया है। जेल में बंद विचाराधीन बंदियों को अपनी बहनों से मिलकर राखी बंधवाने के लिये एक निर्धारित समय दिया गया है। जेल के भीतर बहनों को मिष्ठान ही ले जाने की अनुमति दी गई है। रायगढ़ जिला जेल में सुबह 8 बजे से दोपहर 1 बजे से जिला मुख्यातय सहित दूर दराज से आये 130 बहनों ने अपने भाईयों के सुनी कलाई पर राखी बांधकर धूमधाम के साथ रक्षाबंधन पर्व मनाया। रायगढ़ जिला जेल में शाम 4 बजे तक बहनों को अपने भाईयों से मिलकर राखी बांधने की अनुमति दी गई है।
भाई को राखी बांधकर बहनों के चेहरों में आई खुशी
गांव से अपने भाई को राखी बांधने पहुंची एक युवती ने बताया कि आज मै अपने भाई को राखी बांधने यहां पहुंची है और भाई को राखी बांधने के बाद उसे बहुत अच्छा महसूस हो रहा है। युवती का यह भी कहना था कि पिछले साल वह जेल में बंद अपने भाई को राखी नही बांध पाई थी लेकिन इस बार शासन के आदेशानुसार उसे अपने भाई को राखी बांधने का अवसर मिला है इसके लिये वह शासन को धन्यवाद भी देना चाहती है।
चार साल जेल में मनाया जा रहा रक्षाबंधन
रायगढ़ जिला जेल के जेलर एसपी कुर्रे ने बताया कि कोविड के कारण बीते चार साल से जेल में रक्षाबंधन पर्व नही मनाया जा रहा था इस साल से शासन के आदेशानुसार बहनों को उनके भाईयों को राखी बांधने दिया जाए। उसके अनुपालन में जिला जेल में शेड बनवाकर पानी से बचने के लिये तैयार की गई है और बहने अपने भाईयों को राखी बांधने सुबह से आ रही हैं। जेलर ने यह भी कहा कि चार वर्ष बाद यह अवसर मिला जिसका सभी बहनों का लाभ उठाना चाहिए। यह प्रक्रिया सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक आयोजित की जाएगी।