रायगढ़। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने 17 अगस्त को देशभर में राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है, जिसमें सभी सरकारी-निजी अस्पतालों, प्राइवेट क्लीनिकों और चिकित्सकों से नियमित चिकित्सा सेवाओं को बंद रखने की अपील की गई है। यह हड़ताल कोलकाता के आर. जी. कर मेडिकल कॉलेज में एक महिला पोस्ट ग्रेजुएट डॉक्टर के साथ हुए क्रूरतम बलात्कार और हत्या की घटना के विरोध में आयोजित की जा रही है। रायगढ़ इकाई के सचिव, डॉ. पीयूष अग्रवाल ने बताया कि इस हड़ताल का समर्थन रायगढ़ इकाई द्वारा भी किया जा रहा है।
घटना ने हिला दी चिकित्सा बिरादरी
चेस्ट मेडिसिन की युवा पोस्ट ग्रेजुएट छात्रा के साथ हुए इस जघन्य अपराध ने पूरे देश की चिकित्सा बिरादरी को झकझोर कर रख दिया है। इस घटना के बाद से ही रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर हैं। डॉ. पीयूष अग्रवाल ने बताया कि कॉलेज प्रशासन ने अपराध की स्थिति को बहुत खराब तरीके से संभाला और पहले ही दिन से पुलिस जांच ठप हो गई। मामले में 13 अगस्त 2024 को कलकत्ता उच्च न्यायालय ने अब तक की जांच से असंतोष व्यक्त करते हुए राज्य पुलिस से इस मामले को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपने को कहा। उच्च न्यायालय ने यह भी कहा कि अगर राज्य पुलिस अपनी जांच जारी रखती है तो सबूत नष्ट होने की संभावना है।
अस्पताल में तोड़फोड़ और हमले की घटनाएँ
घटना के कुछ दिनों बाद, 15 अगस्त 2024 को अस्पताल में भारी भीड़ ने तोड़फोड़ की और अस्पताल के विभिन्न हिस्सों को नष्ट कर दिया, जिसमें वह क्षेत्र भी शामिल था जहां पीड़िता मिली थी। विरोध प्रदर्शन कर रहे मेडिकल छात्रों पर भी हमला किया गया। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि पेशे की प्रकृति के कारण डॉक्टर, विशेष रूप से महिलाएँ, हिंसा की चपेट में आती हैं। अस्पतालों और परिसरों के अंदर डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित करना अधिकारियों का काम है। शारीरिक हमले और अपराध, दोनों ही डॉक्टरों, नर्सों और अन्य स्वास्थ्य सेवा कर्मियों की जरूरतों के प्रति संबंधित अधिकारियों की उदासीनता और असंवेदनशीलता का परिणाम हैं।
रायगढ़ में 24 घंटे की चिकित्सा सेवाएं बंद
डॉ पीयूष अग्रवाल ने बताया कि 17 अगस्त को सुबह 6 बजे से 18 अगस्त को सुबह 6 बजे तक जिले के सभी अस्पतालों और क्लीनिकों में नियमित ओपीडी सेवाएं बंद रहेंगी और किसी भी वैकल्पिक सर्जरी का संचालन नहीं किया जाएगा। केवल आपातकालीन सेवाओं को चालू रखा जाएगा ताकि मरीजों को अत्यावश्यक चिकित्सा सुविधाएं मिल सकें। इस दौरान, रायगढ़ शहर में विरोध प्रदर्शन के रूप में सुबह एक रैली निकाली जाएगी और शाम को कैंडल मार्च का आयोजन किया जाएगा।
एकजुटता का आह्वान
डॉ. पीयूष अग्रवाल ने जिले के समस्त चिकित्सकों और मेडिकल संस्थानों से इस हड़ताल में शामिल होकर न्याय और चिकित्सा पेशे के खिलाफ सुरक्षा की लड़ाई में सहयोग का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि आईएमए को अपने डॉक्टरों के न्यायोचित हित के लिए राष्ट्र की सहानुभूति की आवश्यकता है, इसलिए यह समय एकजुटता दिखाने का है। इस हड़ताल के माध्यम से IMA ने सरकार से मांग की है कि चिकित्सा पेशे से जुड़े लोगों की सुरक्षा के लिए केंद्रीय कानून बनाया जाए और अस्पतालों को सुरक्षित क्षेत्र घोषित किया जाए। रायगढ़ इकाई ने भी इन मांगों का समर्थन करते हुए चिकित्सा पेशे की सुरक्षा के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई है।