Home छत्तीसगढ़ हाथियों से चिंघाड से गूंज रहा रायगढ़, सौ से अधिक हुई संख्या, एक ही रात में एक दर्जन से अधिक जगहों में पहुंचाया नुकसान

हाथियों से चिंघाड से गूंज रहा रायगढ़, सौ से अधिक हुई संख्या, एक ही रात में एक दर्जन से अधिक जगहों में पहुंचाया नुकसान

by Naresh Sharma

उपेन्द्र डनसेना रायगढ़


रायगढ़।
रायगढ़ जिले के जंगलों में इन दिनों 113 हाथी अलग-अलग दलों में विचरण कर रहे हैं। सौ से अधिक हाथियों की मौजदूगी को देखते हुए हाथी प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीणों दहशत का माहौल निर्मित हो गया है। हाथियों के द्वारा भी लगातार ग्रामीण क्षेत्रों में फसलों के अलावा घरों को नुकसान पहुंचाये जाने की खबर भी आ रही है।
मिली जानकारी के मुताबिक रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ वन मंडल में जहां इन दिनों 81 हाथी अलग-अलग दलों में विचरण रहे हैं। जिसमें छाल परिक्षेत्र 24 हाथी, लैलूंगा परिक्षेत्र के सोनाजोरी बीट में 22 हाथी, लैलूंगा बीट में 14 हाथी, कापू के अलोला बीट में 10 हाथी के अलावा अलग-अलग दलों में यहां हाथी विचरण कर रहे हैं। इसी तरह रायगढ़ वन मंडल के तमनार वन परिक्षेत्र के उरबा बीट में 21 हाथी, खरसिया परिक्षेत्र के डोमनारा बीट में 6 हाथी के अलावा यहां भी हाथी अलग-अलग दल में अलग-अलग बीट में विचरण कर रहे हैं।


एक ही रात में कई 15 से अधिक जगह नुकसान
वन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक हाथियों के द्वारा लगातार ग्रामीण क्षेत्रों में नुकसान की घटनाएं सामने आ रही है। इसी क्रम में बीती रात हाथियों के दल ने जहां कापू क्षेत्र के कंड्रण्जा, बैगापारा, जरोली, आमा, बिच्छीनारा में मकान के अलावा धार बुआई के लगाये गए धान की थरहा को नुकसान पहुंचाया है वहीं धरमजयगढ़ के आमापाली में 2 किसानों के धान के थरहा, धरमजयगढ़ के ही उदउदा में 2 किसानों के धान के थरहा, छाल के कीदा में हाता दीवाल को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ, रायगढ़ वन मंडल के बंगुरसिया पूर्व में हाथी ने एक ग्रामीण के मकान को क्षति पहुंचाया है। इस तरह हाथियों ने एक ही रात में 16 जगह नुकसान किया है।


हाथियों की संख्या पर एक नजर
रायगढ़ जिले के जंगलों में विचरण करने वाले हाथियों में नर हाथी की संख्या 29, मादा हाथी 52 के अलावा 32 शावक शामिल है। जिस क्षेत्र में हाथी शावकों की संख्या अधिक है उस क्षेत्र में वन विभाग के अलावा हाथी मित्र दल के सदस्य विशेष रूप से नजर रखे हुए है। ताकि क्षेत्र में किसी प्रकार की अनहोनी घटना घटित न हो।


ग्रामीणों को दी जा रही समझाईश
हाथी प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीणों को लगातार हाथी विचरण क्षेत्रों के संबंध में हाथी टैªकिंग दल एवं हाथी मित्र दल के सदस्यों के द्वारा हाथी के हर मूवमेंट में जानकारी दी जा रही है। साथ ही साथ गांव-गांव में मुनादी कराकर एवं हाथी के गांव मंें पर उससे दुरी बनाये रखने प्रसार-प्रसार भी किया जा रहा है।


जंगल जाने पर की जा रही मनाही
रायगढ़ जिले में सौ से अधिक हाथी अलग-अलग दल में विचरण कर रहे हैं इसको देखते हुए वन विभाग हाथी प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचकर गांव के ग्रामीणों को हाथी के मूवमेंट में जानकारी देते हुए किसी भी हाल में सालबीज, मशरूम या किसी भी प्रयोजन से वनक्षेत्रों में नही जाने की समझाईश दी जा रही है। ताकि क्षेत्र में किसी भी प्रकार की जनहानि की घटना घटित न हो।


ड्रोन कैमरे की जा रही निगरानी
वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले के जंगलों में विचरण कर रहे हाथियों के मूवमेंट पर ड्रोन कैमरे से निगरानी की जा रही है। साथ ही साथ ग्रामीण क्षेत्रों में मुनादी के माध्यम से ग्रामीणों का कहा जा रहा है कि कहीं पर भी हाथी दिखाई देता है सबसे पहले उससे दूरी बनाये और फिर तत्काल वन विभाग को सूचित करें।

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