Home छत्तीसगढ़ दल से भटका दंतैल सप्ताह भर से गांव-गांव घूमकर मचा रहा उत्पात, बंगुरसिया में एक किसान की बाड़ी में घुसा और फिर नर्सरी में भी…….पढ़िये पूरी खबर

दल से भटका दंतैल सप्ताह भर से गांव-गांव घूमकर मचा रहा उत्पात, बंगुरसिया में एक किसान की बाड़ी में घुसा और फिर नर्सरी में भी…….पढ़िये पूरी खबर

by Naresh Sharma

रायगढ़। रायगढ़ वन मंडल में इन दिनों हाथियों का उत्पात जारी है। क्षेत्र में बीते सप्ताह भर से अधिक समय से अपने दल से भटका एक दंतैल हाथी गांव-गांव घुमकर ग्रामीणों के घरों व फसलों को नुकसान पहुंचा रहा है। इसी क्रम में बीती रात एक दंतैल हाथी ने नर्सरी पहुंचकर न केवल पौधों को नुकसान पहुंचाया बल्कि वहां मौजूद एक नवनिर्मित मकान को भी क्षति पहुंचाया है।


इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार रायगढ़ वन मंडल के बंगुरसिया गांव में इन दिनों 15 से अधिक हाथी विचरण कर रहा है। इस दल में से भटककर एक दंतैल हाथी बीते सप्ताह भर से अधिक समय से जुनवानी गांव पहुंचकर वहां के किसानों के घरों को ढहाते हुए घर के अंदर रखे धान व चावल को चट किया है। साथ ही साथ किसानों की सब्जी फसल को भी नुकसान पहुंचाया है। दो दिन पहले भी रात के समय इसी हाथी के बंगुरसिया के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में पहुंच जाने से वहां अफरा-तफरी की स्थिति निर्मित हो गई थी। दो घंटे के मशक्कत के बाद इस हाथी को वापस जंगल की तरफ भगाया जा सका तब जाकर गांव के ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।


बताया जा रहा है कि बीती रात तकरीबन बंगुरसिया गांव के एक बस्ती में एक किसान की बाडी में यही हाथी पहुंच गया और वहां हाथी ने कटहल और केले की फसल को नुकसान पहुंचाया है। एक अन्य जानकारी के मुताबिक बंगुरसिया गांव में फसल नुकसान पहुंचाने के बाद यह हाथी चक्रधरपुर जा पहुंचा जहां सर्वप्रथम इस हाथी ने वहां के गेट को तोड़ते हुए अंदर प्रवेश किया और फिर भोजन की तलाश में वहां मौजूद नव निर्मित भवन के खिड़की का नुकसान पहुंचाया है। साथ ही साथ नर्सरी में कई पौधों को कुचलकर क्षति पहुंचाया है। इस घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम आज सुबह मौके पर पहुंचकर नुकसान के आंकलन करते हुए आगे की कार्रवाई में जुट गई है।


वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार दल से भटक इस हाथी के हर मूवमेंट पर नजर रखी जा रही है। जिस क्षेत्र में भी यह हाथी पहुंच रहा है वहां के ग्रामीणों को सावधानी बरतने की अपील करते हुए किसी भी स्थिति में जंगल की तरफ नही जाने की अपील भी की जा रही है ताकि उनके क्षेत्र में किसी प्रहार की जनहानि की घटना घटित न हो।

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