रायगढ़। यूं तो रायगढ़ जिले का अधिकांश क्षेत्र आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों से घिरा हुआ है और इस क्षेत्र में आये दिन छोटी मोटी बातों को लेकर हत्या तक कि घटना घटित होना आम बात हो गई है। लेकिन रायगढ़ पुलिस में पदस्थ एसडीओपी दीपक मिश्रा ऐसे गंभीर मामलों में एक दम चैकन्ना है यही वजह है की उनके क्षेत्र में घटित हर मामलों का वे बहुत जल्द ही खुलासा करते हुए अपराधियों को जेल भेजने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते आते रहें है।
दीपक मिश्रा ने 19 अगस्त 2021 में रायगढ़ जिले में धरमजयगढ़ एसडीओपी के रूप में पदभार ग्रहण किया था। तब से लेकर आज तक उनके द्वारा कई बड़े से बडे मामलों के अलावा कई पेचीदा मामलों का बहुत ही कम दिनों में खुलासा करते हुए वे अपनी सक्रियता का परिचय देते आये हैं। उनके क्षेत्र में कहीं भी कोई अपराधिक घटना घटित होती थी तब वे तत्काल मौके पर पहुंचकर संबंधित अपराध के अपराधी को ढूंढकर चंद घंटों में ही मामले का खुलासा करना मानो इनकी फितरत रही है। ऐसा हम नही कहते अब तक इनके द्वारा किये गए कार्य स्वयं ही इस बात को बयां करते आई है।
दीपक मिश्रा रायगढ़ जिले में तकरीबन ढाई साल से अधिक समय तक रायगढ़ पुलिस के अलग-अलग पदों में रहते हुए अपना सर्वेश्रेष्ठ योगदान देते आये हैं। दीपक मिश्रा को उप पुलिस अधीक्षक के रूप में गौरेला पेंड्रा, मरवाही जिले में नई जिम्मेदारी मिली है। इससे पहले वे रायगढ़ में साइबर सेल, यातायात विभाग के अलावा एसडीओपी के पद पर पदस्थ रहते हुए कई बडे़ खुलासे में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं। साथ ही साथ पुलिस जन चैपाल के जरिये गांव-गांव में पहुंचकर अपनी कार्यशैली के बदौलत लोगों के दिलों में दीपक मिश्रा ने अलग जगह बना ली है।
इतना ही नही कई बार एसडीओपी पद पर रहते दीपक मिश्रा ने न केवल एडिशनल एसपी का दायित्व निभाया बल्कि साइबर सेल में भी बड़ी भूमिका निभाते हुए ऐसे मामलों को सुलझाया जो न केवल जटिल थे बल्कि पुलिस के लिये चुनौती भी थे। उनके कार्यकाल के दौरान जिले में कोई भी पुलिस अधीक्षक आये बिना दीपक मिश्रा के सहयोग के बड़े से बड़े मामले सुलझाने में उनका सहयोग लिया जाता था जिसके कारण बेहतर तालमेल तथा गंभीर जांच से ऐसे मामलों का खुलासा हुआ जिसके लिये पुलिस लगातार परेशान रहती थी। एक्सीस बैंक डकैती कांड में भी दीपक मिश्रा की भूमिका हमेशा यादगार रहेगी।
मिश्रा जी हैं तो उम्मीद है
रायगढ़ शहर में पिछले लंबे अर्से से कहा जाता रहा है कि अगर दीपक मिश्रा के क्षेत्र में किसी भी तरह की घटना घटित होती है तो एक बात खुलकर सामने आ जाती है कि उस मामले का एक से दो दिन के अंतराल में खुलासा होना तय है। चाहे मामला हत्या, चोरी, लूट या फिर किसी भी तरह का क्यो न हो इस क्षेत्र के लोगों का बस यही कहना है कि दीपक मिश्रा जी हैं तब तक उम्मीद हैं।
24 घंटे ड्यूटी में एक्टिव
वैसे तो धरमजयगढ़ एसडीओपी रहे दीपक मिश्रा रोजाना कभी घरघोड़ा, कभी लैलूंगा, कभी तमनार तो कभी धरमजयगढ़ के दौरे में रहते हुए भी रात के समय उन्हें रायगढ़ शहर की सड़कों में पेट्रोलिंग करते आसानी से देखा जा सकता था।