कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के कूदमुरा रेंज में बीती रात रायगढ़ जिले से 36 जंगली हाथियों का दल पहुंच चुका है। जंगली हाथियों के द्वारा इस क्षेत्र में लगातार उत्पात मचाया जा रहा है। जंगलो से लगे मतदान केन्द्रों में जंगली हाथियों के द्वारा मतदान प्रभावित करने की आशंका अब बनी हुई है। जिसको लेकर वन विभाग चिंतित नजर आ रहा है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार कोरबा जिले के कुदमुरा वमण्डल में बीती रात 36 हाथियों का झुंड रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ वन मंडल से कोरबा जिले के गितकुवारी गांव तक पहुंच गया है। जहां गजराजों ने कई किसानों के धान की फसलों को नुकसान पहुंचाया है। क्षेत्र के ग्रामीणों के अनुसार इस क्षेत्र में विचरण कर रहे जंगली हाथी में दिन में धरमजयगढ़ वन मंडल लौट जाते हैं और रात के समय वापस आ जाते हैं।
अभी वर्तमान में कोरबा के ही कटघोरा वन मंडल में 64 हाथियों का दल विचरण कर रहा है इन जंगली हाथियों के द्वारा आए दिन किसानों की धान की फसलों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। ऐसे में धरमजयगढ़ वन परिक्षेत्र से 36 और जंगली हाथी कोरबा जिले में पहुंचने से यहां जंगली हाथियों की संख्या में इजाफा हुआ है और उनकी संख्या 100 तक पहुंच गई है। जंगली हाथियों से ग्रामीण भी धान की सुरक्षा के लिए अपने-अपने स्तर पर उपाय कर रहे हैं। वन विभाग के टीम प्रभावित गांवों में निगरानी करने के बाद मुनादी कराकर ग्रामीणों को जंगल की तरफ नही जाने की सलाह दी जा रही है।
कोरबा जिले के कुदमुरा रेंज में जंगली हाथियों के दल पहंुचने से क्षेत्र के ग्रामीण परेशान है। ग्रामीण ने बताया कि दिन में तो फसल की सुरक्षा कर रहे हैं लेकिन रात के समय वह घर लौट आते हैं इसके बाद हाथी काफी फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं ऐसे में वह काफी परेशान है। हाथी फसलों को काफी नुकसान पहुंचा रहे हैं ग्रामीण रतजग्गा करने को मजबूर है।
इस संबंध में और अधिक जानकारी देते हुए कटघोरा डीएफओ कुमार निशांत ने बताया कि मतदान को देखते हुए जिन क्षेत्रों में हाथियों का झुंड पहुंचा हुआ है उन क्षेत्रों में वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच ग्रामीणों को समय से पहले मतदान करने अपील कर रही है ताकि शाम ढलने से पहले ग्रामीण मतदान कर घर वापस लौट सके और जंगली हाथियों की वजह से इस क्षेत्र में किसी प्रकार कोई घटना घटित न हो।