रायगढ़। रायगढ़ जिला मुख्यालय से लगा हुआ एक ऐसा कालोनी भी है शहर में जहां रायगढ़-लैलूंगा के चक्कर मे यहां के निवासियों को बीते 10 साल से अधिक समय से कई तरह की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। ऐसा नही है कि प्रशासन को इसकी जानकारी नही, इस कालोनी के रहवासी एक दो बार नही बल्कि कई बार अपनी समस्या लेकर जिला कलेक्टर के दरबार मे अपनी शिकायत लेकर पहुंच चुके हैं, लेकिन हर बार उन्हें सिर्फ आश्वासन के शिवा कुछ मिला ही नही।
यूं तो रायगढ़ शहर के वार्ड नंबर 47 गोवर्धनपुर मार्ग में स्थित एश्वर्यम कालोनी में लोगों ने एक सपना संजोए अपने खुद के आशियाने में रहने यहां परिवार के साथ पहुंचे थे। उन्हें जरा भी एहसास नहीं था कि उनकी यह सोच सिर्फ एक सपना बनकर रह जायेगी और उनके तकदीर में सिर्फ और सिर्फ समस्या ही आने वाली है। अब इस कालोनी के रहवासी उस पल को कोसते हैं जब उन्होंने यहां परिवार समेत रहने का फैसला किया था।

10 साल बीत गए समस्या जस की तस
इस कालोनी के सामने की एकमात्र सड़क वैसे तो कई गांव के अलावा शहर को जोड़ती है परंतु 10 साल से अधिक समय बीत जाने के बावजूद शहर से लगे हुए इस कालोनी मे विकास पहुंचा ही नही। सड़क में बने बड़े-बड़े गड्ढे बरसात के दिनों में पता ही नहीं चलता की सड़क में गड्ढे हैं या फिर गड्ढे में सड़क, एक दिन भी ऐसा नही बीतता जब इस कॉलोनी के रहवासियों को इस खस्ताहाल सड़क से चोट नहीं पहुंची हो।
विधानसभा क्षेत्र को लेकर असमंजस में नेता
नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले इस कॉलोनी की महिलाओं ने जो कहा उसे सुनकर आप भी आश्चर्य में पड़ जाएंगे। उन्होंने अपनी समस्या के बारे में सर्व प्रथम रायगढ़ विधायक प्रकाश नायक को अवगत कराया, परंतु उन्होंने यह क्षेत्र लैलूंगा विधानसभा में आने की बात कहते हुए बड़ी आसानी से अपने कर्तव्यों से इतिश्री कर ली। इसके बाद इस क्षेत्र की महिलाओं ने अपनी फरियाद लेकर लैलूंगा विधायक के पास भी पहुँचे परंतु उन्होंने ने भी यह क्षेत्र अपने विधानसभा में नही होने की बात कहते हुए कुछ भी मदद कर पाने में असमर्थता जाहिर की।
मिलता है आश्वाशन, समाधान नहीं
दोनों विधायकों से मदद नही मिलने के बावजूद यहां की महिलाओं ने हार नहीं मानी और उन्होंने इस पूरे मामले की शिकायत लेकर महापौर जानकी काटजू के पास भी पहुची परंतु यहां भी उन्हें कुछ हासिल नहीं हुआ। नतीजन इस क्षेत्र के कॉलोनी के रहवासी अब भी एक अदद अच्छी सड़क को तरस रहे हैं।
गड्डो में गिरकर होते हैं घायल
कालोनी की महिलाओं ने बताया कि वे आज शहर के कई स्कूलों में शिक्षिका के अलावा अन्य जगहों में कार्य करते हैं, प्रतिदिन उन्हें यहां की अत्यंत जर्जर सड़कों से होकर गुजरना पड़ता है। कई बार ऐसा भी होता है कि जब यहां के गड्डो में गिरकर वे घायल भी हो चुके हैं। साथ ही साथ इस कालोनी के बच्चे भी स्कूल जाते समय गिरकर चोटिल होते रहते हैं बावजूद इसके प्रशासन के द्वारा उनकी समस्याओं को नजर अंदाज किया जाता रहा है।

आने वाले दिनों में करेंगे उग्र आंदोलन
कालोनी की महिलाओं ने बताया कि महापौर, विधायक से लेकर कलेक्टर तक पहुंचकर उन्होंने अपनी समस्या से अवगत कराया है। लेकिन इसके बावजूद उन्हें हमेशा निराशा ही हाथ लगी है। जर्जर सड़क की वजह से उड़ने वाले धूल से इस कालोनी के निवासियों के अलावा आसपास के गांवों में दमा के मरीज भी बढ़ने लगे है। अगर जल्द ही उनकी इस समस्या का समाधान नही होता है तो वे अब सड़कों में उतरकर प्रदर्शन करने पर विवश हो जाएंगे।