Home मध्यप्रदेश Gwalior Crime News: पति व नंदोई को जेल पहुंचाने महिला ने पड़ोसी से कराया था खुद पर फायर

Gwalior Crime News: पति व नंदोई को जेल पहुंचाने महिला ने पड़ोसी से कराया था खुद पर फायर

by Naresh Sharma

Gwalior Crime News: ग्वालियर, घाटीगांव थाना अंतर्गत पत्नी ने पति व नंदोई को जेल पहुंचाने के लिए षड़यंत्र रचा था। जिसका खुलसा घाटीगांव थाना पुलिस ने मंगलवार को कर दिया। पुलिस की पड़ताल में सामने आया कि महिला ने पड़ोस के युवकों की मदद से खुद पर गोली चलवाई। इसके बाद डायल 100 पर शिकायत कर पति व नंदोई के खिलाफ हत्या के प्रयास की झूठी एफआइआर करा दी। जब पुलिस ने इस मामले में पड़ताल की तो पूरा मामला उजागर हो गया। तब पुलिस ने जो फरियादी थे उन्हें ही आरोपी बनाया और गोली मारने वाले दोनो पड़ोसियों को न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया।

यह था मामला

13 जुलाई की रात 10 बजे के समय घाटीगांव थाना पुलिस को सूचना मिली कि फुलकापुरा में रहने वाली सलोनी जाटव पर किसी ने जान लेवा हमला किया है। उसे गोली मारी गई है जिससे वह गंभीर रुप से घायल हुई है। तत्काल मौके पर पुलिस पहुंची और महिला काे उपचार के लिए जेएएच पहुंचाया तथा घटना स्थल की बारीकी से जांच पड़ताल की। तो पता चला कि वहां पर एक चला हुआ कारतूस का खोखा तथा दो सही कारतूस मिले। इसके साथ ही अड़ोस-पड़ोस में पूछताछ की गई तो उन्होंने तमंचे के चलने की आवाज सुनी पर किसी को भागते हुए नहीं देखा। इसके बाद डाक्टरों ने बताया कि महिला को गोली नजदीग से मारी गई है जिससे उसकी त्वचा पर ब्लेकनिंग आई है साथ ही गोली मास को चीरते हुए निकल गई। पुलिस ने महिला की शिकायत पर मामला दर्ज किया तो महिला ने पहले आरोपितों के नाम नहीं बता रही थी लेकिन जब एफआईआर हुई तो उसने अपने पति विष्णु जाटव और नंदोई रवि जाटव निवासी मुरैना के खिलाफ शिकायत दर्ज करा दी।

पति को जेल पहुंचाकर राजीनामा में 50 लाख की थी प्लानिंग

एसडीओपी घाटीगांव संतोष पटेल ने बताया कि जांच जब शुरू हुई तो पता चला कि महिला पूर्व में अपने पति पर दो मामले दर्ज करा चुकी है। क्योंकि पति की जमीन पर हाइवे पर आ गई इसलिए सलोनी 50 लाख की मांग कर रही थी। जिससे संदेह पुख्ता हुआ तो महिला के पति व नंदोई की मोबाइल लोकेशन से पता चला कि वह घटना के समय मुरैना में थे। सलोनी ने भाई विवेक के साथ गोली मारने का षड़यंत्र रचा था। गोली मारने के लिए पड़ोस में रहने वाले नत्थु गुर्जर और रामलखन रजक को तैयार किया था। विवेक ने उपचार के लिए अपनी मां को अस्पताल पहुंचाया और पड़ोसी की मदद से बहन के हाथ में गोली पड़वाई। रामलखन ने सलोनी के हाथ पकड़े थे और नत्था ने गोली मारी थी। जब इन दोंनो पकड़ कर पूछताछ की तो पूरे मामले का खुलसा हो गया और नत्था व रामलखन को जेल पहुंचा दिया।

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