रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में बीती रात भालू के दो बच्चे कुएं में गिर गए जिन्हें काफी मशक्कत के बाद बाहर निकाल कर जंगलों में छोड़ा गया। मामला धरमजयगढ़ वन मंडल के छाल रेंज का है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ वन मंडल के छाल रेंज के बोजिया परिसर के गड़ाईनबहरी बस्ती में बीती देर रात करीब 12 बजे के आसपास एक मादा भालू अपने दो शावक के साथ पहुंच गए। इस बीच दो भालू के बच्चे गांव के कुएं में गिर गए जिससे मादा भालू कुएं के ही आसपास मंडराते हुए गुर्राने लगी। भालू की आवाज सुनकर गांव के ग्रामीण जब मादा भालू को कुएं से दूर भगा कर कुएं में देखा तो उन्हें दिखा की भालू के दो बच्चे पानी में तैर रहे थे। जिसके बाद गांव में के ग्रामीणों ने तत्काल इसकी सूचना वन विभाग के अलावा हाथी मित्र दल के सदस्यों को दी गई।
2 घंटे की मशकक्त के बाद निकाले गए दोनों बच्चे
मामले की जानकारी मिलते ही बिना कोई समय गंवाये वन विभाग और हाथी मित्र दल की टीम मौके पर पहुची और 2 घंटे की कड़ी मशकक्त के बाद दोनों भालू के बच्चो को सुरक्षित बाहर निकला गया। जिसके बाद भालू के बच्चों को जंगल मे सुरक्षित छोड़ दिया गया है।
भालू बच्चों को मां से मिलाया गया
वन विभाग के कर्मचारियों ने खबरदूत डाॅट काम को बताया कि दोनों भालू के बच्चों को सुरक्षित निकालने उपरांत उन्हें उसकी मां भालू से मिलाया गया। रेस्क्यू उपरांत तीनों भालू को सफतापूर्वक कक्ष क्रमांक 505PF जंगल तरफ सुरक्षित भेजा गया। नजदीकी ग्रामीणों को सूचित किया गया है कि सुबह के समय जंगल की ओर नहीं जाए।
इनकी रही अहम भूमिका
कुएं में गिरे भालू के बच्चो को निकालने में किये गैर रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान प.स.छाल चंद्रविजय सिंह सिदार,प.र.मुकेश बरवा,प.र.लोटान जय प्रकाश एक्का, हाथी मित्र दल छाल टीम से प्रकाश चंद्र भगत, प्रेम सिंह राठिया, जयलाल राठिया,मान सिंह राठिया, हाथी ट्रैकटर दिलीप बेहरा, दिलीप भगत आदि उपस्थित रहे. पूरे रेस्क्यू ऑपरेशन में ग्रामीणों का सहयोग सराहनीय रहा।